सिलसिलेवार आत्मघाती हमलों के बाद नाइजीरिया में दहशत का माहौल है. उत्तर-पूर्वी शहर ग्वोजा में हुए हमलों में अब तक दो दर्जन से भी अधिक लोगों की मौत की खबर है. हालाँकि मरने वालों की तादाद बढ़ भी सकती है.
आपको बता दें की नाइजीरिया में तीन अलग-अलग जगहों पर आत्मघाती हमले हुए हैं. इन हमलों कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 19 लोगों के घायल होने की ख़बर है. इन आत्मघाती हमलों का पहला निशाना एक शादी समारोह, दूसरा उसी शहर का एक अस्पताल, जबकि तीसरा निशाना एक अंतिम संस्कार समारोह बना. ये अंतिम संस्कार भी इसी हमले का शिकार बने विवाह समारोह के हताहतों का था. ग्वोजा में ये हमले हुए हैं, जो नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी हिस्से का शहर है. नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू ने हमलों की निंदा की है तथा इसे आंतकवादी कृत्य बताया है.
पीठ पर बच्चे को बाँध घुसी थी महिला, तभी हुआ विस्फोट
नाइजीरियन पुलिस ने बताया कि 29 जून को अपनी पीठ पर बच्चे को बांधी एक महिला एक शादी समारोह में घुसी थी. इसके बाद उसने भीड़ भरे मोटर पार्क में अपने पास रखे एक IED में विस्फोट कर दिया. ऐसा ही हमला महिला हमलावरों ने शहर के एक अस्पताल में भी किया, जो कैमरून की सीमा के पास मौजूद है. द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक़, बाद में शादी के धमाके में मारे गए पीड़ितों के अंतिम संस्कार में एक और हमला हुआ. जिन इलाकों में ये हमले हुए, वो जिहादी समूह बोको हरम की हिंसा से 10 सालों से भी ज़्यादा समय से प्रभावित हैं. हालांकि बोको हरम ने इन हमलों की ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
मामले में ग्वोजा के इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी के प्रमुख बर्किनडो सैडो ने बताया,
“अब तक बच्चों, पुरुषों, महिलाओं और गर्भवती महिलाओं समेत 18 लोगों के मौत की ख़बर है. साथ ही 19 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. घायल लोगों को क्षेत्रीय राजधानी मैदुगुरी ले जाया गया है. वहीं, 23 अन्य लोगों को निकाले जाने का इंतजार है.”
वहीं, बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, शादी समारोह में हुए हमले में 6 लोगों की मौत हुई थी. नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू ने हमलों की निंदा करते हुए इसे आंतकवादी कृत्य बताया है. साथ ही, हमले में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की बात कही है. हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे कहीं ज़्यादा मौतें हुई हैं.
गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक़, सेना के एक और अफ़सर ने बताया कि सुरक्षा चौकी पर हुए एक दूसरे हमले में 3 सैनिकों की मौत हो गई है. हालांकि हाल के सालों में बोको हरम ने अपनी ज़मीन खो दी है. लेकिन वो ग्रामीण इलाकों में नियमित रूप से ऐसे हमले करता रहा है